मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में सीएए के विरोध में प्रदर्शन(Protest against CAA at Mumbai’s August Kranti Maidan): नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत बंद का ऐलान किया गया। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में माकपा और भाकपा सहित सभी वामदल और मुस्लिम संगठन आज यानी बृहस्पतिवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
Protest against CAA at Mumbai’s August Kranti Maidan
वहीं, मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। वामदलों की ओर से बुधवार को जारी संयुक्त बयान के अनुसार माकपा, भाकपा, भाकपा माले, फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी सहित अन्य वाम संगठनों की सभी प्रदेश और जिला इकाई देश के सभी जिला मुख्यालयों पर बृहस्पतिवार को सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। लेफ्ट पार्टियों के इस भारत बंद को विपक्ष का भी समर्थन प्राप्त है। बताया जा रहा है कि लेफ्ट पार्टियों के इस भारत बंद को राजद, सपा, कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है। नागरिकता कानून के खिलाफ लेफ्ट विंग और मुस्लिम संगठनों द्वारा बुलाए गए एक दिन के बंद को लेकर बेंगलुरु में तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, छात्र संगठनों ने भी कई मुद्दों को लेकर गुरुवार को यानी बिहार बंद का आह्वान किया है। इस बंद में 11 छात्र संगठन शामिल हैं। छात्रों ने नागरिक संशोधन कानून, एनआरसी और गैंग रेप के बढ़ते मामले के खिलाफ बंद का आह्वान किया है। उत्तर प्रदेश में भी राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।
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राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और छात्रों ने गुरुवार को यहां ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसी तरह के विरोध प्रदर्शन पुणे और नागपुर में किए गए। शहर में हजारों छात्र और राजनीतिक कार्यकर्ता अगस्त क्रांति मैदान की तरफ कूच करते दिखे जिन्होंने हाथों में तख्तियां और बैनर ले रखे थे।
नागरिकता कानून के खिलाफ मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए जुटने लगे हैं।
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अगस्त क्रांति मैदान में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ ‘‘तानाशाही नहीं चलेगी’’ जैसी नारेबाजी की।
शहर में हजारों छात्र और राजनीतिक कार्यकर्ता अगस्त क्रांति मैदान की तरफ कूच करते दिखे जिन्होंने हाथों में तख्तियां और बैनर ले रखे थे। कुछ तख्तियों पर लिखा था, ‘‘हिन्दू-मुस्लिम एक हैं, मोदी-शाह फेक हैं। जब तख्त गिराए जाएंगे जब ताज उछाले जाएंगे। भारत को बांटना बंद करो।’’ आयोजन स्थल पर शिवसेना कार्यकर्ता नहीं दिखे। क्षेत्र में लगभग दो हजार पुलिसकर्मी तैनात थे।
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